MEHFIL-E-GUFTAGU
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MEHFIL-E-GUFTAGU
MEHFIL-E-GUFTAGU BY LIZY KUMAR
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24 episodi
MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 24
ख़ामोशी
अनु एक अरसे से ख़ामोश थी, और संजय बरसों से बेखबर था। संजय कभी ख़ामोशी समझ ना पाया, और अनु कभी अपनी दास्तां बयां कर ना पाई। खामोशियों क...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 23
यकीन
ज़माने को यकीं दिलाना मुश्किल है,
सच का कसौटी पर खरा उतरना लाज़मी है।
ज़रूरत जब तक जवां नहीं होती,
तब तक यकीन करना खिलाफत...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 22
मूल कारण विश्लेषण।
इंसान के दुखों और परेशानियों का मूल कारण अक्सर अज्ञानता होती है। किसी भी प्रकार की समस्या का निदान उसके मूल कारण का विश्लेषण...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 21
मेरा दर्द, मेरी ताक़त।
मेरा आज का दर्द, कल मेरी ताक़त होगा। बुरा वक्त मुझे बर्बाद करने नहीं, सिखलाने आता है। मेरे अंदर की ताक़त को जगाने आता है।...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 20
मकसद
मेरे जीवन का मकसद मुझे रोज़ सुबह बिस्तर से उठने पर मजबूर कर देता है। सभी शक्तियां मुझमें व्याप्त हैं। मैं कुछ भी और सब कुछ कर सकता हूं। मे...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 19
जीवन
इस अनमोल जीवन का लक्ष्य बनाकर में उसे प्राप्त करने में लग गया हूं। मैं इंतज़ार नहीं कर सकता, क्योंकि मेरा जीवन मेरी सोच से भी तेज़ निकल रह...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 18
जीने का अधिकार
शमिता काकी पति के गुज़र जाने के बाद अपना जीवन बेटी पर समर्पित कर चुकी थीं। वृद्धावस्था के पड़ाव पर पहुंच कर अहसास हुआ कि एक साथी...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 17
अवधारणा
मनुष्य अपने विचारों से निर्मित एक प्राणी है। यह अपनी ही अवधारणाओं में रह कर जीने में ज़्यादा खुश रहता है। अपनी वास्तविकता को पहचान कर, ख...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 16
विश्वास
अभिभावक होने के नाते हमें लगता है कि हम अपने बच्चे से निस्वार्थ प्रेम करते हैं। उसके बदले में यह कामना करते हैं कि हमारा बच्चा हम पर विश...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 15
क्यों इतराते हो?
यह जीवन ज़िंदगी और मौत के बीच का एक खूबसूरत सफ़र है। मेरी मीरा जा चुकी है। परन्तु मैं अकेला नहीं हूं। मेरी हर सांस में, मेरी...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 14
परिणाम
मेरे बदले विचार मेरी भावनाओं को बदलते हैं ।
बदली भावनाएं मेरी मानसिकता को बदलते हैं ।
मेरी बदली मानसिकता उम्मीद से परे क...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 13
मुआफी
सलमा का इस दुनिया से चले जाना शेख़ साहेब को झिंझोड़ गया। तन्हा वह सुबक सुबक कर रोया। मुआफी की ख्वाहिश दिल में लिए भटकता रहा। कल वह मुआफ़ी...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 12
मुखौटा
ज़िंदगी के हर बदलते पड़ाव के साथ वृंदावना मुखौटे बदल रही थी। फिर भी सुकून नहीं था। कुछ ऐसा करना था, जहां वह खुद से यह कह सकें की हां सब ठ...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 11
कुछ तो लोग कहेंगे
अपनी सोच, अपना कथन तथा अपने कर्म को सामंजस्य में लेकर मैं खुश रह सकता हूं। ऐसा करने के लिए एक ही बात समझनी होगी ..... भूल जाओ...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 10
अपराध बोध
अधूरी प्रेम कहानी का दर्द जयंत को तबाह कर चुका था। अंजाने में वह कुछ ऐसा कर गया कि वह उससे फिर कभी निकल ही नहीं पाया। अपराध बोध का शि...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 9
मदद के हाथ
एक अच्छा मन चाहिए मदद करने के लिए। मदद करने वाला, तथा मदद पाने वाला, दोनों ही मिलकर एक खूबसूरत कड़ी बुनते हैं एक आदर्श समाज की।
...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 8
मेरी असफलता, मेरा निवेश।
सहजबोध के साथ किया परिवर्तन कभी भी पीड़ादायक नहीं होता। परिवर्तन विरोध की बलि चढ़ कर पीड़ादायक होता है। ...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 7
जन्म..... जीवन...... मृत्यु
जन्म और मृत्यु, यह इस ब्रह्मांड के ऐसे सत्य हैं, जिनको हम कभी झुठला नहीं सकते। जन्म और मृत्यु के बीच...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 6
स्त्री हूं मैं।
नारी हूं, शक्ति हूं, जुनून हूं, ताक़त हूं, प्रेरणा हूं, जननी हूं, सखी हूं, संगिनी हूं। फिर क्या है ऐसा, जिससे तुम...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 5
समझौता, बदलाव या निराकरण
समझौतों के बोझ से दबी ज़िंदगियां। सदियां गुज़र गईं। वक्त वहीं खड़ा रहा, निर्जीव और शक्तिहीन। ख़ुद को कुर्बान किया, परन्...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 4
वह घाव
बचपन में जो क्षति हुई, उसकी भरपाई नहीं कर पा रहा हूं। कहां जाऊं और किससे जताऊं यह पीड़ा। मेरा भविष्य दांव पर है। क्या मुझे बात करनी होगी...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 3
मेरी प्रतिक्रिया , मेरा परिणाम
घटनाओं पर मेरा अंकुश नहीं। परिणाम पर भी मेरा अंकुश नहीं। मेरी भावनाओं और प्रतिक्रियाओं पर मेरा अंकुश मुझे मनचाहा...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 2
मैं सक्षम हूं
मेरी कोई भी कमज़ोरी, कमज़ोरी नहीं। मेरी ताक़त मेरी हर कमज़ोरी से परे है। मैं किसी से कम नहीं। मैं कामयाब हूं, क्योंकि मैं कभी हार...

MEHFIL-E-GUFTAGU EP - 1
अधूरी कहानी
एक दशक के बाद मिला हूं। वह तब भी अनजानी और अधूरी थी, वह आज भी अनजानी और अधूरी है। विधी ने निर्धाित किया था। हमें मिलना था, क्योंकि उ...